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सालार पार्ट 1 – सीजफायर मूवी रिव्यू : प्रभास और प्रशांत नील की जोड़ी ने एक बार फिर दे दिया है भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को बेहतरीन नगीना, बेहतरीन है प्रभास की फर्स्ट पार्ट

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3 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्रभास और प्रशांत नील की मोस्ट अवेटेड फिल्म सालार पार्ट वन सीज़फायर आज सिनेमाघर में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को डायरेक्ट किया है प्रशांत नील ने और प्रोड्यूसर हैं विजय । इसके अलावा फिल्म में पृथ्वीराज सुकुमारन ,श्रुति हसन ,टीनू आनंद ,ईश्वरी राव , जगपति बाबू ,श्रेया रेड्डी और गरुड़ा राम मुख्य कैरेक्टर्स में हैं। ऐसे फिल्म को लेकर लोगों के बीच काफी जोश था और लोग इसी जोश के साथ इस फिल्म को देखने पहुंच रहे हैं। यह फिल्म शाहरुख खान की फिल्म डंकी को जबरदस्त टक्कर देने वाली है।

सालार पार्ट 1 सीजफायर की कहानी घूमती है प्रभास के कैरेक्टर देवव्रत और पृथ्वीराज के कैरेक्टर वर्धाराजा मन्नार के किरदार के इर्द-गिर्द। देवव्रत अपनी मां के साथ एक कैजुअल जिंदगी जी रहा है लेकिन उसकी जिंदगी पर उसके अतीत का साया है। वहीं दूसरी तरफ आध्या उस शहर में नई है जहां देवव्रत रहता है और अचानक कुछ गुंडे आध्या को ढूंढने लगते हैं। देव उन गुंडों का पीछा करता है और तब उसे समझ आता है कि यह सब कुछ उसका बेस्ट फ्रेंड वर्धाराजा मन्नार कर रहा है और फिर दोनों के बीच एक जंग सी छिड़ने लगती है। अब सोचने वाली बात यह है कि आध्या कौन है और आखिरकार वर्धाराजा के साथ उसका क्या कनेक्शन है? ऐसा क्या है जिसकी वजह से दोनों के बीच इतनी बड़ी दुश्मनी खड़ी हो गई है? यह फिल्म दोस्ती , ,भरोसे ,धोखे और माइंड गेम्स को प्लॉट में रखकर बनाई गई है। 

श्रुति हसन ने फ़िल्म में आध्या का किरदार निभाया है और यह एक इंपॉर्टेंट रोल है। साथ ही साथ यह फिल्म में क्रिएट की गई फिक्शनल सिटी खनसार और ऑडियंस के बीच का एक लिंक है। 

फैंस को हमेशा से प्रभास की एक फुल फ्लेज्ड एक्शन फिल्म कहां इंतजार था और सालार बिल्कुल एक वैसी ही फिल्म है। प्रशांत नील इस बात को जानते थे और उन्होंने प्रभास की इस बात का फायदा अभी बखूबी उठाया है और उनके फैंस की इच्छा पूरी कर दी है। प्रशांत नील ने जिस तरह प्रभास को देव के यानी सालार के रोल में फिट किया है यह उनकी खूबी को दर्शाता है। प्रशांत नील बताया था कि सालार उनकी डेब्यू फिल्म उग्राम की रिटेलिंग है और फिल्म का पहला सीक्वेंस देखने के बाद ही यह साबित भी हो जाता है कि लगभग एक दशक पहले आई प्रशांत की डेब्यू फिल्म से यह रिटेलिंग बहुत ही बेहतरीन है। सिनेमा पसंद करने वालों के लिए यह फिल्म एक क्रिसमस का तोहफा है।

प्रशांत नील ने फिल्म में बेहतरीन काम किया है। फिल्म का नॉरेटिव स्ट्रक्चर और फिल्म की प्रोग्रेस एकदम सीमलेस है। फिल्म के डायलॉग लगभग परफेक्ट कह जा सकते हैं। हर एक डायलॉग की अपनी रिदम है और फिल्म में और फिल्म के नॉरेटिव में वैल्यू ऐड करने वाले डायलॉग हैं।

प्रशांत नील ने एक इंटरव्यू में कहा था कि स्टार स्टार ही होता है भले ही उसकी कितनी भी फिल्म फ्लॉप हो चुकी हों। सितारे को ऊंचाई पर लाने के लिए उसकी एक ही फिल्म का काफी होती है और सालार प्रभास के लिए वही फिल्म है। 

ऐसा कहा जाता था कि बाहुबली ही प्रभास की बेस्ट फिल्म है लेकिन सालार देखने के बाद आप कहेंगे कि सालार ही प्रभास की बेस्ट फिल्म है। उन्होंने इस फिल्म में देवव्रत के किरदार को बेहद बखूबी और इमोशनल डेप्थ के साथ निभाया है। इस कैरेक्टर की अपनी एक हैवी बैक स्टोरी है और प्रभास ने उसे बखूबी निभाया है। इस फिल्म में प्रभास ने जबर्दस्त ऐक्शन सीक्वेंस दिए हैं और इस एक्टर ने ऑडियंस का दिल जीत लेने वाला काम किया है। यह कहना गलत नहीं होगा कि सालार तो प्रभास की ही फिल्म है।

पृथ्वीराज सुकुमारन इस फिल्म में वर्धाराजा मन्नार के किरदार में है। यह भी प्रभास के अलावा फिल्म का एक इंपॉर्टेंट कैरेक्टर है जिसके इर्दगिर्द फिल्म की कहानी बुनी गई है। वर्धाराजा का करैक्टर एक कॉम्प्लिकेटेड कैरेक्टर है जो अपने हर एक कदम को बड़े ही सोच समझकर रखता है। इस किरदार की पूरी फिल्म में अपनी एक मैच्योरिटी है जिसे पृथ्वीराज नाम बहुत ही बखूबी निभाया है। पृथ्वीराज ने इस किरदार में एक जान फूंक दी है। फिल्म देखने के बाद आप जितना प्रभास का किरदार पसंद करेंगे उतना ही अच्छा लगेगा आपको पृथ्वीराज का किरदार और उनकी एक्टिंग। पृथ्वीराज और प्रभास की केमिस्ट्री की तो क्या ही बात की जाए एकदम किलिंग केमिस्ट्री है दोनों के बीच।

जगपति बाबू ने फिल्म में राजा मन्नार का किरदार निभाया है और श्रेया रेड्डी ने फिल्म में राधा राम मन्नार का किरदार निभाया है। दोनों ही एक्टर्स ने अपने-अपने किरदारों को एकदम सीमलेसली निभाया है और दोनों के इर्द-गिर्द उनके कैरेक्टर्स का औरा देखने को मिलता है। इसके अलावा फिल्म में श्रुति हसन , ऐश्वरी राव , जॉन विजय , रामचंद्र राजू , बॉबी सिम्हा जैसे ऐक्टर्स ने बेहतरीन काम किया है। 

सालार को आईएमडीबी ने 10 में से 8.8 की रेटिंग दी है। वही पिंकविला ने इस फिल्म को पांच में से तीन रेटिंग दी है , टाइम्स आफ इंडिया ने इसे पांच में से 3.5 की रेटिंग दी है और एनडीटीवी ने से पांच में से 2.5 की रेटिंग दी है। 

अगर सालार पार्ट वन सीज़फायर के लिए एक शब्द है तो वह है एपिक! 

सालार एक इंटेंस एक्शन ड्रामा फिल्म है जिसमें प्रभास जैसे बेहतरीन कलाकार हैं। प्रभास और पृथ्वीराज ने फिल्म में बेहतरीन एक्शन किया है , फिल्म में वेल एग्जीक्यूटेड स्टंट्स हैं जो फिल्म की ओवरऑल अपील हैं। फिल्म का नॉरेटिव सिंपल है लेकिन काफी अपीलिंग है। फिल्म में एक शहर बसाया गया है जिसके अपने लाइफस्टाइल हैं , अपनी पॉलिटिक्स है और अपने रिलिजियस बिलीव्स हैं और वहां रहने वाले लोग अपना-अपना काम कर रहे हैं। फिल्म का फर्स्ट हाफ और फिल्म के फर्स्ट हाफ की कहानी तेजी से आगे बढ़ती है। सेट का डिजाइन इतना अच्छा है जो खानसार को असल जिंदगी का शहर बना देता है।

यह फिल्म ओवरऑल एक बेहतरीन फिल्म है लेकिन इस फिल्म में अपनी कुछ कमियां भी हैं और सबसे बड़ी कमी है इस फिल्म का रन टाइम। यह फिल्म दो घंटे 52 मिनट की है , साथ ही साथ फिल्म में कई स्लो मोशन सीक्वेंस है जो दर्शकों को फीके लगा सकते हैं। जैसा कि हम पहले बता चुके हैं कि प्रशांत नील की यह फिल्म उनकी डेब्यू फिल्म उग्राम की रिटेलिंग है यानी फिल्म के शुरुआती 15 मिनट में एक्जेक्टली सेम नॉरेटिव है जो उनकी 2014 में आई फिल्म उग्राम में था। इससे फिल्म में कोई नुकसान नहीं पहुंचा है  लेकिन यह दर्शकों को थोड़ा डिस्ट्रक्ट जरूर कर सकती है जिन्होंने ऑलरेडी वह फिल्म देख रखी है। 

केजीएफ और उग्राम को अगर मिलाकर देखा जाए तो दोनों फिल्मों की काफी सिमिलरिटीज है सालार के साथ।

इस फिल्म का म्यूजिक काफी अच्छा है और बैकग्राउंड म्यूजिक हमेशा सींस को एलीवेट करता है जो फिल्म को और भी ज्यादा इंटरेस्टिंग बना देता है। लेकिन कुल मिलाकर कहा जाए तो यह सारी चीज दर्शकों के विजुअल एक्सपीरियंस को खराब नहीं करती हैं और यही फायदा इस फिल्म को भी मिलने वाला है। 

प्रशांत नील की यह फिल्म एक अच्छा ड्रामा फिल्म है जिसमें बेहतरीन क्वालिटी का एक्शन है। प्रशांत नील के डायरेक्शन ने एक सोची समझी दुनिया में जान डाल दी है और इसी काबिलियत के बदौलत लोग 3 घंटे लंबी इस फिल्म को आसानी से थिएटर में देख सकते हैं। अगर आप प्रभास के फैन नहीं भी हैं तो भी यह फिल्म आपको अच्छी लगेगी और अगर आप प्रभास के फैन हैं तो आपके लिए यह फिल्म एक सिनेमैटिक ट्रीट है।

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