Shopping cart

Magazines cover a wide array subjects, including but not limited to fashion, lifestyle, health, politics, business, Entertainment, sports, science,

TnewsTnews
  • Home
  • Movies
  • खो गए हम कहां रिव्यू: अनन्य पांडे और सिद्धांत चतुर्वेदी की यह फिल्म डार्क तो है पर आपको जरूर आएगी पसंद
Movies

खो गए हम कहां रिव्यू: अनन्य पांडे और सिद्धांत चतुर्वेदी की यह फिल्म डार्क तो है पर आपको जरूर आएगी पसंद

Email :36

अनन्य पांडे और सिद्धांत चतुर्वेदी की जोड़ी को उनकी पिछली फिल्म गहराइयों में भी पसंद किया गया था। जून 2021 में यह खबर आई थी कि जोया अख्तर अपने प्रोडक्शन में बनने वाली अगली फिल्म में सिद्धांत चतुर्वेदी , अनन्य पांडे और आदर्श गौरव को कास्ट कर चुकी है और सितंबर में फाइनली इस फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने ऑफीशियली इस फिल्म को अनाउंस कर दिया था। अप्रैल 2023 में जोया अख्तर ने बताया था कि इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है और फाइनली यह फिल्म रविवार को 26 दिसंबर में लॉन्च हो गई। इस फिल्म की कहानी घूमती है तीन दोस्तों के इर्द गिर्द। 

यह कहानी है नील ,अहाना और इमाद की जो बचपन के क्लोज फ्रेंड्स हैं। नील एक जिम इंस्ट्रक्टर है ,अहाना एक फाइनेंशियल एडवाइजर है , वहीं इमाद एक स्मॉल टाइम स्टैंड अप कॉमेडियन है जो अपने बिग ब्रेक के तलाश में है।  खो गए हम कहां की स्टोरी इन दोस्तों की तिकड़ी पर आधारित है जो अपनी ट्रबल रिलेशनशिप और सोशल मीडिया की न्यू एज के स्ट्रगल को दिखाती है।

इन तीनों की अपनी एक सोशल मीडिया लाइफ है जिस पर उनकी इंडिविजुअल डिपेंडेंसी है। अहना का बॉयफ्रेंड रोहन अचानक उससे ब्रेकअप कर लेता है जिसकी वजह से अहाना को काफी बुरा महसूस होता है और वह काफी कन्फ्यूज हो जाती है। 

इस फ़िल्म में टोटल 6 गाने हैं जिनमें से एक टाइटल सॉन्ग हैं। फिल्म के दो गानों को जावेद अख्तर साहब ने लिखा है कुछ गानों को अंकुर तिवारी और एक गाने को ध्रुव योगी और यशराज ने लिखा है। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर भी काफी अच्छा है।

अर्जुन वररें सिंह इस फिल्म के डायरेक्टर हैं उन्होंने इस फिल्म से अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू किया है। अर्जुन हर एक एक्टर की कैपेबिलिटी को पहचान कर उन्हें यूटिलाइज करने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने अनन्या, सिद्धांत और गौरव तीनों को ही काफी इफेक्टिवली फिल्म में यूटिलाइज किया है। उन्होंने काम्प्लेक्स रिलेशनशिप डायनामिक को एक्सप्लोर किया है और सोशल मीडिया की न्यू ऐज के अनकंफरटेबल ट्रुथ को फिल्म के जरिए सबके सामने लाने की कोशिश की है। जिन्हें जिंदगी ना मिलेगी दोबारा , दिल चाहता है जैसी दोस्ती पर आधारित फिल्में पसंद है उन्हें यह फिल्म डिसएप्वाइंट नहीं करेगी।

आदर्श गौरव ने इस फिल्म में नील के किरदार को बखूबी प्ले किया है। वे इस फिल्म में जिम इंस्ट्रक्टर के किरदार में है और उन्होंने अपनी एक्टिंग स्किल्स को भी काफी अच्छी तरीके से दिखाया है। सिद्धार्थ चतुर्वेदी फिल्में इमाद के कैरेक्टर में है वह अपने कैरेक्टर को अपने भीतर पूरी तरह उतार लेते हैं और इस फिल्म में जबरदस्त परफॉर्मेंस देते हुए देखे जा सकते हैं। अगर अनन्य पांडे की बात की जाए तो अनन्य पांडे को कुछ लोग अन्य फिल्मों में डिसएप्वाइंटिंग मान सकते हैं लेकिन इस फिल्म में उन्होंने मेच्योर परफॉर्मेंस देने की कोशिश की है उनकी एक्टिंग में आनेस्टी और मेहनत साथ दिखाई देती है। 

इन तीनों के अलावा फिल्म में कल्कि कोचलिन भी है और उन्होंने फिल्म में सबसे बेहतरीन ऐक्टिंग की है। उनकी एक्टिंग देखने में सुकून दायक लगती है। 

फिल्म को आईएमडीबी पर 8.6 की रेटिंग प्राप्त है। इस फिल्म को टाइम्स आफ इंडिया ने 3.5 की रेटिंग दी है और पिंकविला ने भी ऐसे 3.5 की ही रेटिंग दी है। 

खो गए हम कहां एक वेल रिसर्च फिल्म है जो कंपलेक्स इंडिविजुअल रिलेशनशिप पर आधारित फिल्म है। इस फिल्म के सभी कैरेक्टर अपनी मिड 20 में है और सब की कोई ना कोई रिलेशनशिप प्रॉब्लम्स है लेकिन साथ ही साथ फिल्म में सोशल मीडिया भी एक प्रॉब्लम है। फिल्म जैसे-जैसे आगे बढ़ती जाती है वैसे-वैसे डार्क होती जाती है लेकिन एक बेहतरीन कहानी के तौर पर चमकनी भी शुरू हो जाती है। फिल्म के डायरेक्टर ने बेहतरीन काम किया है और फिल्म में काम करने वाले हर एक एक्टर के भीतर से उसका बेस्ट निकाला है। फिल्म के लेखकों ने भी काफी बेहतरीन किया है हम सब सोया अख्तर और रीमा कागती की इस कलाकारी को जानते हैं। फिल्म का म्यूजिक काफी वाइब्रेंट और मॉडर्न है यह स्टोरी टेलिंग को काफी एलीवेट करता है। 

फिल्म में कुछ प्लॉट पॉइंट्स ऐसे हैं जो फिल्म की हाई लेवल स्टोरी टेलिंग को मैच नहीं करते हैं। फिल्म थोड़ी सी भटकी हुई भी नजर आती है लेकिन इसके अलावा फिल्म में कोई ऐसी कमी नहीं है जो इस फिल्म को बुरी फिल्म साबित कर सके। 

खो गए हम कहां , गहराइयां की तरह ही एक ऐसी फिल्म है जो इन परफेक्ट ह्यूमन रिलेशनशिप को और सोशल मीडिया की नई ऐज को दिखाती है। यह फिल्म बेहतरीन राइटिंग और मेच्योर स्टोरी टेलिंग का एक परफेक्ट कांबिनेशन है। जो अपनी जिंदगी में अपने 20’s और 30’s में है वह इस फिल्म के कंटेंट को बहुत रिलेटेबल पाएंगे। यह फिल्म एक मस्ट वॉच फिल्म कही जा सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts