आर्या सीजन 3 के पार्ट 2 में क्राइम की दुनिया को शानदार तरीके से दिखाया गया है और इस दुनिया का अंत होते भी दिखाया गया है। लीड रोल में दिखाई दी सुष्मिता सेन ने और बाकी कलाकारों ने सीरीज में बहुत ही बेहतरीन काम किया है लेकिन इस सीरीज की एंडिंग आपको रुला देगी।
इस सीरीज को डायरेक्ट किया है राम माधवानी ने इस फिल्म में सुष्मिता के साथ इंद्रनिल सेन गुप्ता , नामित दास , मनीष चौधरी , सिकंदर खेर और विनोद रावत हैं। इस सीरीज को disney+ हॉटस्टार पर स्ट्रीम किया जा सकता है। इस सीरीज का यह तीसरे भाग का दूसरा पार्ट है और इस भाग में कहानी ऐसी खत्म होती है जो हमेशा के लिए आर्या की कहानी को खत्म कर देती है। यानी अगर आपको इस सीरीज के खत्म होने का इंतजार था तो आपको यह पार्ट जरूर देखना चाहिए।
इस क्राईम थ्रिलर सीरीज की शुरुआत 2020 में डिजनी प्लस हॉटस्टार पर हुई थी। यह सीरीज डच सीरीज पैनोजा की रिमेक थी और इस वक्त पूरी दुनिया में लॉकडाउन की वजह से ब्रेक लग गया था।
सीरीज़ की कहानी
इस सीजन में इस सीरीज के सभी कैरेक्टर्स ऑडियंस के इतने क्लोस हो गए कि सब इस बात का इंतजार कर रहे थे की कहानी का अंत क्या होगा। कहानी का अंत रुला देना वाला है जिसे देखकर आपको बहुत दुख होगा। इस नए सीजन की शुरुआत रशियन और नलिनी साहिब के साथ डील से होती है।
इस सीरीज के थर्ड पार्ट के कुछ एपिसोड नवंबर में आए थे अब बाकी के बचे हुए 4 एपिसोड आज प्रीमियर कर दिए गए हैं। जिसमें आर्या के सरेंडर से लेकर कई कैरेक्टर्स की मौत शामिल हैं। इस सीज़न में दिखाया गया है कि आर्या के तीनों बच्चे अपनी मां को अपनी खुशियों का दुश्मन समझते हैं और घर छोड़कर चले जाते हैं। वह अपने बच्चों को बचाने के लिए मुसीबत में फंस जाती है लेकिन इसी समय एंट्री होती है वफादार व्यक्ति दौलत की। इसके बाद फिल्म में आता है सरेंडर का दौर और वह सब कुछ जो फिल्म के सस्पेंस को बरकार रखता है। इस पार्ट में कहानी इतनी मुश्किल भरी नहीं है लेकिन इस फिल्म के निर्माता ने इस बार-बार घुमा कर चार एपिसोड जितना लंबा कर दिया है।
सीरीज में एक्टिंग

सुष्मिता सिंह की एक्टिंग स्किल्स और उनकी परफॉर्मेंस के बारे में हम सभी जानते हैं और इस सीरीज में भी सुष्मिता ने एक बार फिर सभी को इंप्रेस किया है इंस्पेक्टर खान और दौलत के किरदार में सिकंदर खेर का कोई सानी नहीं है। दोनों ही इस सीरीज में जान की तरह काम करते हैं। नलिनी साहिब के किरदार में दिखाई दी इला अरुण ने भी बेहतरीन काम किया है लेकिन उनकी एक्टिंग को इससे ज्यादा बड़े स्तर पर नहीं ले जाया गया है जिसकी वजह से दर्शक निराश हो सकते हैं।
सीरीज का डायरेक्शन
इस सीजन में कहानी अपनी पकड़ थोड़ी ढीली छोड़ देती है। तीसरे सीजन के क्लाइमेक्स आते आते तक एक बात तो समझ आ जाती है कि अब कहानी में कोई खास दम नहीं बचा है इसलिए उसे आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है। लेकिन क्लाइमैक्स को जैसे मोड पर लाकर छोड़ा गया है उस मोड पर कुछ भी हो सकता है। फिल्म के लेखको और कलाकारों को डायरेक्टर ने अच्छी तरह यूटिलाइज किया है और यही इस सीरीज का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट भी है। कहानी में थ्रिल और रोमांच दोनों हैं सीरीज का बैकग्राउंड म्यूजिक ही पूरी सीरीज की जान है।
सीरीज का रिव्यू और रेटिंग
इस सीरीज को जागरण ने 5 में से 2.5 की रेटिंग दी है और अगर अमर उजाला की बात की जाए तो इसे 5 में से 3 रेटिंग मिली है।
अगर आप पहले सीजन से ही इस सीरीज को देख रहे हैं तो आपको इस का लास्ट सीजन यानी अंतिम वार जरूर देखना चाहिए। अंतिम वार में सुष्मिता ने बहुत ही जबरदस्त एक्टिंग की है लेकिन अगर हम यह सोच के सीरीज को देखेंगे कि हमें कुछ बहुत जबरदस्त और बेहतरीन देखने को मिलेगा तो शायद हमेशा निराशा मिल सकती है।
इस सीरीज के निर्माता ने बहुत ही चालाकी से इस सिरीज़ के एन्ड को इस तरह रखा है कि अगर वह चाहे तो फिल्म का चौथा सीजन भी ला सकते हैं क्योंकि तीसरे सीजन के अंत में कई सवाल पीछे छूट जाते हैं। सीरीज में एक ऐसा मोड़ आता है जब सुष्मिता अपना अंतिम वार करती हैं लेकिन तब तक कहानी इतनी ज्यादा प्रिडिक्टेबल हो जाती है कि दर्शक आसानी से यह पता लगा लेते हैं कि अब आगे क्या होने वाला है। इस वजह से सीरीज के खत्म होते होते तक सारा सस्पेंस और थ्रिल खत्म हो जाता है।